हाल में हुई इज़राइली बलों द्वारा गोलीबारी के बाद तुर्की – अमेरिकी महिला के सिर में गोली दाग दी गई…..?
एक दिल दहला देने वाली घटना में, तुर्की-अमेरिकी महिला अयसनुर एजगी एगी को वेस्ट बैंक के बीटा कस्बे में इजरायली बस्तियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली मार दी गई। इस घटना ने क्षेत्र में पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति को और बढ़ा दिया और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निंदा का सामना करना पड़ा।
घटना
26 वर्षीय अयसनुर एजगी एगी, जो अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता आंदोलन (ISM) की सदस्य थीं, वेस्ट बैंक में इजरायली बस्तियों के खिलाफ एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन में भाग ले रही थीं। गवाहों के अनुसार, इजरायली बलों ने फायरिंग की, जिसमें एक गोली एगी के सिर में जा लगी। उन्हें तुरंत नब्लस के रफीदा अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
https://youtu.be/3bvZC_WFEKk?si=41mN_xl9z2GaAMvd
प्रतिक्रियाएँ और निंदा
इस घटना पर दुनिया भर से कड़ी प्रतिक्रियाएँ आईं। तुर्की ने अयसनुर एजगी एगी के रूप में पीड़िता की पहचान की और उनकी मौत की निंदा की। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ने इस्राइली कार्रवाई को “बर्बर” बताया। वहीं, अमेरिका ने इस घटना को “दुखद” बताते हुए इजराइल से इस मामले की पूरी जांच करने की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने इस घटना पर अधिक कठोर प्रतिक्रिया दी, सीधे तौर पर इजरायली बलों पर एगी की हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वेस्ट बैंक में इजरायली बस्तियाँ अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करती हैं और ऐसी कार्रवाइयाँ पहले से ही नाजुक स्थिति को और बिगाड़ देती हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
प्रदर्शन में मौजूद गवाहों, जिसमें ISM के सदस्य भी शामिल थे, ने कहा कि एगी को जानबूझकर गोली मारी गई। बीटा के मेयर महमूद बरहाम ने बताया कि एक इजरायली सैनिक ने प्रदर्शनकारियों पर दो गोलियां चलाईं, जिनमें से एक गोली एगी के सिर में लगी। यह घटना वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसक घटनाओं की एक कड़ी है, जिसने अंतरराष्ट्रीय आक्रोश को और भड़का दिया है।
व्यापक संदर्भ: वेस्ट बैंक में तनाव
एगी की हत्या इजरायल के एक व्यापक सैन्य अभियान का हिस्सा है, जिसमें वेस्ट बैंक के जेनीन शहर में एक घातक 10-दिवसीय छापा शामिल है। इस अभियान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई है। रिपोर्टों के अनुसार, अक्टूबर के बाद से वेस्ट बैंक में कम से कम 662 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि इसी अवधि में फिलिस्तीनी हमलों में 23 इजरायली मारे गए हैं।
हमास ने एगी की हत्या की निंदा करते हुए इसे “जायनिस्ट कब्जा सेना द्वारा किया गया अपराध” कहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय लगातार जवाबदेही की मांग कर रहा है और क्षेत्र में जारी हिंसा के शांतिपूर्ण समाधान के लिए जोर दे रहा है।
न्याय की मांग
एगी की मौत ने न्याय की एक नई मांग को जन्म दिया है, कई वैश्विक नेता और संगठन उन लोगों को अंतर्राष्ट्रीय अदालतों में जवाबदेह ठहराने का आह्वान कर रहे हैं। यह त्रासदी इसराइल-फिलिस्तीनी संघर्ष की जटिलताओं और क्षेत्र में जारी अशांति के बीच खोए हुए निर्दोष जीवन की ओर ध्यान आकर्षित करती है।
जैसे-जैसे एगी की मौत की जांच आगे बढ़ रही है, उनकी कहानी क्षेत्र में शांति और न्याय की उस अधूरी लड़ाई का दर्दनाक प्रतीक बनी हुई है, जिसे अभी तक हासिल नहीं किया जा सका है।