क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि हमारे आसमान में दो चांद दिखाई दें? जल्द ही यह असंभव सी लगने वाली घटना सच होने वाली है। हमारे ग्रह पृथ्वी को जल्द ही एक नया साथी मिलने वाला है, जिसे वैज्ञानिकों ने Mini Moon का नाम दिया है। यह अस्थायी चांद वास्तव में एक एस्टेरॉयड है, जिसका नाम 2024 PT5 रखा गया है। यह 29 सितंबर से 25 नवंबर तक पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाएगा, हालांकि यह दृश्य सिर्फ उन्नत टेलीस्कोप्स से ही देखा जा सकेगा।
क्या है 2024 PT5?
इस Mini Moon का व्यास सिर्फ 10 मीटर (33 फीट) है, और यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में फंसकर 53 दिनों तक हमारी पृथ्वी के चारों ओर घूमेगा। हालांकि, यह पूरा चक्कर नहीं लगा पाएगा, बल्कि यह एक ‘घोड़े की नाल’ आकार की कक्षा में घूमेगा और फिर हमारे ग्रह के गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकल जाएगा।
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गुरुत्वाकर्षण बल को समझने में मदद,
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं दुर्लभ होती हैं, लेकिन यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल को बेहतर ढंग से समझने का सुनहरा मौका देती हैं। इस घटना की पुष्टि मैड्रिड के कॉम्प्लुटेंस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है। उन्होंने पाया कि यह छोटा एस्टेरॉयड कुछ समय के लिए पृथ्वी के चारों ओर एक कक्षा बनाएगा और इसे नासा के एस्टेरॉयड टेरेस्ट्रियल इम्पैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम (ATLAS) की मदद से 7 अगस्त को देखा गया था।
पहले भी आ चुके हैं Mini Moon,
यह पहली बार नहीं है जब किसी एस्टेरॉयड ने पृथ्वी का चक्कर लगाया हो। इससे पहले 2006 में एक एस्टेरॉयड एक साल तक पृथ्वी के चारों ओर घूमता रहा था, और 2022 में भी इसी तरह की घटना दर्ज की गई थी। हालांकि, 2024 PT5 पृथ्वी के चारों ओर पूरा चक्कर नहीं लगा सकेगा, इसलिए इसे तकनीकी रूप से एक ‘पूर्ण मिनी मून’ नहीं माना जा रहा है।
क्या आप देख पाएंगे इस Mini Moon को?
इस अस्थायी चांद को नग्न आंखों से देखना लगभग असंभव होगा, क्योंकि यह बेहद धुंधला होगा। ज्यादातर छोटे टेलीस्कोप से भी इसे देखना मुश्किल होगा। सिर्फ उन्नत ऑब्जर्वेटरी में ही इसे देखा जा सकेगा।
क्यों है यह घटना खास?
एस्टेरॉयड का पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में फंसना एक दुर्लभ खगोलीय घटना है। अधिकतर एस्टेरॉयड या तो पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने से पहले ही छूट जाते हैं या हमारे वायुमंडल में प्रवेश करने पर जल जाते हैं। ऐसे में 2024 PT5 का पृथ्वी के चारों ओर कुछ समय तक चक्कर लगाना एक अनोखी घटना है, जो खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए बेहद खास साबित होगी।
तो तैयार हो जाइए, क्योंकि अब हमारे आकाश में कुछ दिन के लिए दो चांद होने जा रहे हैं!
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