6 घंटे की सियासी ड्रामा: AAP के पूर्व मंत्री संदीप कुमार BJP में शामिल हुए, फिर बाहर निकाल दिए गए………?

हरियाणा के पंचकूला में 10 अगस्त को एक सियासी ड्रामा देखने को मिला जब आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व मंत्री संदीप कुमार वाल्मीकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए। लेकिन, सिर्फ छह घंटे बाद ही उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

aap former minister sandeep kumar valmiki joins bjp got expelled within three hours haryana
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (बाएं) ने संदीप कुमार (दाएं) का बीजेपी में स्वागत किया था (फोटो- आजतक)

भाजपा में शामिल होने और निकाले जाने का घटनाक्रम

संदीप कुमार ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह की मौजूदगी में BJP की सदस्यता ग्रहण की। पंचकूला में आयोजित इस सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम के दौरान उनके साथ कुछ और लोग भी BJP में शामिल हुए। इस मौके पर फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए।

लेकिन, शाम 5 बजे BJP में शामिल होने वाले संदीप कुमार को रात 11 बजे पार्टी से निकाल दिया गया। भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया ने एक पत्र जारी कर यह जानकारी दी।

aap, bjp
फोटो- आजतक

संदीप कुमार का बैकग्राउंड और विवाद

संदीप कुमार वाल्मीकि, जो पहले दिल्ली सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री थे, का नाम 2016 में एक विवादास्पद मामले में आया था। राशन कार्ड बनाने के दौरान एक महिला ने उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद एक ‘आपत्तिजनक’ सीडी सामने आई। इस सीडी में संदीप कुमार को कथित तौर पर एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था। इस विवाद के बाद उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बर्खास्त कर दिया था।

जब BJP में शामिल होने के बाद संदीप का विवादास्पद बैकग्राउंड सामने आया, तो पार्टी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। सुरेंद्र पूनिया ने अपने पत्र में साफ किया कि संदीप ने अपनी पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी छिपाई थी, और इस कारण से उन्हें पार्टी से निकाला गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में BJP का संदीप कुमार से कोई संबंध नहीं रहेगा।

 राजनीतिक परिदृश्य और भविष्य

संदीप कुमार का BJP में शामिल होना और फिर अचानक पार्टी से निकाला जाना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। संदीप कुमार ने पहले दलित होने के चलते साजिश का आरोप लगाया था, लेकिन उनके विवादास्पद बैकग्राउंड के कारण BJP ने उनसे दूरी बना ली है।

इस घटनाक्रम ने संदीप कुमार की राजनीतिक भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अब किस दिशा में कदम बढ़ाते हैं।

 निष्कर्ष

संदीप कुमार का BJP में शामिल होना और फिर अचानक बाहर निकाल दिया जाना, भारतीय राजनीति का एक ऐसा उदाहरण है, जो दिखाता है कि कैसे विवादित पृष्ठभूमि वाले नेताओं को पार्टियां जल्दबाजी में शामिल कर लेती हैं, लेकिन जब उनके खिलाफ आरोप सामने आते हैं, तो उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देती हैं।