आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन इसका बुरा असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। यही वजह है कि अमेरिका समेत कई देशों ने स्कूलों में मोबाइल फोन बैन किए हैं। इन देशों में बनाए गए कानूनों का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करना है। आइए जानते हैं, किन-किन देशों में स्कूलों में मोबाइल फोन पर पाबंदी है और इसके पीछे क्या वजहें हैं।
स्कूलों में मोबाइल फोन बैन क्यों, क्या है समस्या?
हाल के अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि स्कूलों में मोबाइल फोन छात्रों का ध्यान भंग करने का सबसे बड़ा कारण बन गए हैं। करीब 70% शिक्षक मानते हैं कि जब छात्र क्लास में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो उनकी पढ़ाई पर सीधा असर पड़ता है। गेम्स, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल डिस्ट्रैक्शन की वजह से बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते, जिससे उनकी शैक्षिक गुणवत्ता प्रभावित होती है।
अमेरिका में क्या हैं नियम?
अमेरिका के कई राज्यों में स्कूलों में मोबाइल फोन पर सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं। जैसे कि न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया और टेक्सास में छात्रों को क्लासरूम में फोन लाने की अनुमति नहीं है। टेक्सास में 2023 में पारित एक नए कानून के तहत सभी सार्वजनिक स्कूलों में छात्रों को क्लासरूम में मोबाइल फोन ले जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। यदि कोई छात्र फोन लेकर आता है, तो उसे स्कूल प्रशासन को सौंपना होता है। यह कदम तब उठाया गया जब शिक्षकों और अभिभावकों ने छात्रों के पढ़ाई में ध्यान भंग होने की शिकायत की थी।
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फ्रांस, इटली और स्पेन का भी सख्त रुख,
फ्रांस ने 2018 में ही प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। वहां के शिक्षकों ने पाया कि छात्र गेम्स और सोशल मीडिया में उलझे रहते थे, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। इसके अलावा, इटली और स्पेन के कई स्कूलों में भी मोबाइल फोन के उपयोग पर सख्त नियम लागू किए गए हैं। इन देशों के स्कूलों में छात्रों को क्लासरूम में प्रवेश से पहले अपने फोन जमा करने होते हैं, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो।
ब्रिटेन और भारत में भी दिखा असर,
ब्रिटेन के कई स्कूलों ने भी अपनी इच्छा से मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाए हुए हैं। वहीं, भारत के कई स्कूलों में भी छात्रों के लिए क्लासरूम में फोन लाने पर पाबंदी है। इन नियमों का सीधा असर छात्रों की पढ़ाई पर देखा गया है।
मोबाइल बैन से ग्रेड में सुधार,
विभिन्न शोधों से यह बात साबित हुई है कि स्कूलों में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने से छात्रों के ग्रेड में सुधार हुआ है। एक अध्ययन के अनुसार, जिन स्कूलों में मोबाइल फोन का इस्तेमाल सीमित किया गया, वहां छात्रों के ग्रेड में औसतन 20% का सुधार दर्ज किया गया है।
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