हाल ही में, इजरायली सेना ने लेबनान में प्रवेश करते हुए एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान की शुरुआत की है। यह कार्रवाई विशेष रूप से दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाते हुए की जा रही है। इजराइल का कहना है कि ये ऑपरेशन उच्च स्तरीय खुफिया जानकारी के आधार पर किए जा रहे हैं, जो उत्तरी इजराइल पर हिजबुल्लाह के हमलों को रोकने के उद्देश्य से हैं।
अमेरिका की भूमिका,
इस स्थिति में अमेरिका की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। अमेरिकी विदेश मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने इजराइल पर हमला किया, तो उसे गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा। यह बयान दर्शाता है कि अमेरिका इजराइल के साथ मजबूती से खड़ा है और मध्य पूर्व में स्थिरता को बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।
हिजबुल्लाह का प्रतिरोध,
इस ऑपरेशन के जवाब में, हिजबुल्लाह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संगठन के नेता हसन नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि के बाद, हिजबुल्लाह ने इजराइल के खिलाफ अपने प्रतिरोध को और मजबूत करने की चेतावनी दी है। यह स्थिति न केवल इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव को बढ़ा सकती है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी गंभीर खतरा बन सकती है।
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लेबनान में कारवाई पर तुर्किये की प्रतिक्रिया,
तुर्किये के विदेश मंत्री ने इस कार्रवाई को लेबनान की संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया है। उन्होंने कहा कि इजराइल का यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। तुर्किये की यह चेतावनी इस बात का संकेत है कि क्षेत्रीय शक्तियां इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
इजरायली मिडिया का दावा तड़प तड़प कर में नसरल्लाह
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की जिंदगी के आखिरी पल की डिटेल सामने आई है। इजरायली मीडिया संस्थान चैनल 12 ने का दावा है कि नसरल्लाह की मौत दम घुटने के चलते हुई। चैनल 12 के मुताबिक बेरूत स्थित हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर बमबारी के बाद हर तरफ धुआं भर गया। यह धुआं नसरल्लाह के सीक्रेट बंकर में भी घुस गया। जिससे सांस लेना मुहाल हो गया। और अंत में दम घुटने के चलते तड़प-तड़पकर नसरल्लाह का दम निकल गया।
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