यूपी में बनेगा NCR की तर्ज पर SCR, लखनऊ और आसपास के जिलों को मिलेगा नया विकास(SCR will be built in UP on the lines of NCR, Lucknow and surrounding districts will get new development)
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ और इसके आसपास के जिलों को राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) घोषित कर दिया गया है। यह योजना दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के समान होगी, जिससे इन जिलों का समुचित विकास और शहरीकरण होगा।
SCR का गठन
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ और उसके आसपास के पांच जिलों को SCR के तहत लाने का निर्णय लिया है। इस क्षेत्र का कुल विस्तार 27,000 वर्ग किलोमीटर है। इस फैसले के अनुसार, लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, और बाराबंकी जिलों को SCR में शामिल किया गया है।
SCR के तहत शामिल क्षेत्र
– लखनऊ : 2,528 वर्ग किलोमीटर
– हरदोई : 5,986 वर्ग किलोमीटर
– सीतापुर : 5,743 वर्ग किलोमीटर
– उन्नाव : 4,558 वर्ग किलोमीटर
– रायबरेली : 4,609 वर्ग किलोमीटर
– बाराबंकी : 4,402 वर्ग किलोमीटर
विकास प्राधिकरण का गठन
SCR के तहत क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) का गठन किया गया है। यह प्राधिकरण इस क्षेत्र में विभिन्न विकास परियोजनाओं की निगरानी करेगा और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करेगा।
SCR के लाभ
1. शहरीकरण और विकास : SCR के तहत आने वाले जिलों में सुनियोजित शहरीकरण होगा, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
2. आर्थिक वृद्धि : इस योजना से स्थानीय स्तर पर आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
3. समान विकास : SCR के माध्यम से सभी शामिल जिलों में समान विकास सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे क्षेत्रीय असमानता कम होगी।
सरकार की योजना
उत्तर प्रदेश सरकार का मानना है कि SCR के माध्यम से इन जिलों का व्यवस्थित विकास और शहरीकरण होगा, जिससे राज्य के आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इस योजना के तहत इन क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे निजी क्षेत्र में भी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
इस प्रकार, SCR की घोषणा लखनऊ और उसके आसपास के जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इन क्षेत्रों के विकास को नई दिशा और गति प्रदान करेगा।