हाल ही में, Iran ने Israel पर एक बड़ा मिसाइल हमला किया, जिसमें सैकड़ों मिसाइलें दागी गईं। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को ‘बहुत बड़ी गलती’ करार दिया और कहा कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। यह हमला तब हुआ जब इजराइल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के प्रमुख को खत्म किया था, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है।
Netanyahu का Iran को कड़ा संदेश हो जाए अंजाम भुगतने को तैयार,
Netanyahu ने सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में कहा कि Iran का यह हमला असफल रहा, मुख्यतः इजराइल की उन्नत वायु रक्षा प्रणाली के कारण। उन्होंने अमेरिका का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस सहयोग से इजराइल ने ईरान के हमले को विफल किया। नेतन्याहू ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी और स्पष्ट किया कि जो इजराइल पर हमला करेगा, उसका भी जवाब दिया जाएगा।
ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान ने अपने राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के माध्यम से इस हमले को अपनी शक्ति का ‘छोटा नमूना’ बताया। उन्होंने कहा कि ईरान को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है और नेतन्याहू को यह समझना चाहिए कि ईरान लड़ाई नहीं चाहता, लेकिन किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार है।
https://youtu.be/JkJPfMmihaw?si=2UWy8DSTisw0YqAZ
मिसाइलों का प्रक्षेपण और नागरिकों की सुरक्षा,
मंगलवार को ईरान द्वारा Israel पर लगभग 200 मिसाइलें दागी गईं, जिससे पूरे देश में सायरन की आवाज सुनाई दी। इजराइली नागरिकों को बंकरों में जाने का आदेश दिया गया। हालांकि, इजराइली सेना का दावा है कि उसने बड़ी संख्या में मिसाइलों को रोक दिया है।
ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स, वीडियो और सबूत,
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की मिसाइलें इजराइल के नेवातिम एयरबेस पर गिरने का एक वीडियो भी सामने आया है। हालांकि, इस हमले में किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। ईरान के रिवोलूशनरी गार्ड ने दावा किया है कि उनकी अधिकतर मिसाइलें लक्ष्य पर सटीक लगी हैं और उन्होंने इजराइल के सुरक्षा तंत्र को निशाना बनाया है।
बढ़ता संकट,
यह घटनाक्रम मिडिल ईस्ट में चल रहे संघर्षों के बीच एक नई आग में घी डालने जैसा है। ईरान और इजराइल के बीच के तनाव का प्रभाव केवल इन दो देशों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है।