ISIS का मोस्ट वांटेड हाजी अली गिरफ्तार: पुणे मॉड्यूल से जुड़े आतंकवाद का खुलासा (ISIS’s most wanted Haji Ali arrested: Terrorism linked to Pune module revealed) दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने पुणे इस्लामिक स्टेट (ISIS) मॉड्यूल के कुख्यात सदस्य रिज़वान अब्दुल हाजी अली को गिरफ्तार कर लिया है। हाजी अली पर 3 लाख रुपये का इनाम था और वह इस आतंकवादी मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य माना जाता है। उसकी गिरफ्तारी से जुड़े कई खुलासे सामने आए हैं जो देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।

Delhi Police arrested Rizwan Abdul Haji Ali
रिज़वान अब्दुल हाजी अली(दाएं), पुलिस की प्रतीकात्मक तस्वीर(बाएं) (फ़ाइल फ़ोटो – इंडिया टुडे)

पकड़े गए आतंकवादी हाजी अली की प्रोफाइल:
हाजी अली, दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला था। वह पुणे ISIS मॉड्यूल से जुड़ा था, जिसके तहत दिल्ली और मुंबई के कई हाई-प्रोफाइल ठिकानों की जानकारी जुटाई जा रही थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए NIA ने वारंट जारी किया था और उसे पकड़ने के लिए पुलिस लंबे समय से प्रयासरत थी।

पुणे ISIS मॉड्यूल:
जुलाई 2023 में, महाराष्ट्र के पुणे में NIA ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया, जिसमें हथियार, विस्फोटक, रसायन और ISIS से जुड़ी किताबें बरामद की गईं। इस ऑपरेशन में 11 लोगों पर आरोप लगाए गए थे, जिनमें रिज़वान अली का नाम भी शामिल था। मार्च 2024 में दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट में NIA ने तीन अन्य आरोपियों के साथ अली को भी शामिल किया।

आतंकवादी गतिविधियों की योजना:
NIA की जांच में खुलासा हुआ कि ये आरोपी सीक्रेट कम्युनिकेशन ऐप्स के जरिए विदेश में मौजूद अपने हैंडलरों के संपर्क में थे। ये लोग हथियारों के साथ डकैती और चोरी करके पैसे इकठ्ठा कर रहे थे ताकि आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकें। इनकी योजना पुणे और उसके आसपास आतंक फैलाने की थी, और इसके लिए वे विभिन्न जगहों की जांच भी कर चुके थे।

आतंकवाद की ट्रेनिंग:
NIA की जांच में ये भी सामने आया कि इन आरोपियों ने पुणे के कोंढवा में IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने की ट्रेनिंग ली थी। इसका मकसद कंट्रोल ब्लास्ट करने के साथ-साथ आतंकवादी हमलों को अंजाम देना था। उन्होंने निशानेबाजी की भी ट्रेनिंग ली, ताकि आतंकी हमलों को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सके।

अंतर्राष्ट्रीय संपर्क और साजिश:
इस मॉड्यूल का नेटवर्क सिर्फ देश तक सीमित नहीं था। आरोपी विदेश में मौजूद अपने हैंडलरों के संपर्क में थे, जो उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए निर्देश दे रहे थे। NIA के मुताबिक, ये लोग अपने हैंडलरों के निर्देशानुसार आतंक फैलाने के लिए तैयार हो रहे थे और देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमलों की साजिश रच रहे थे।

गिरफ्तारी के बाद:
हाजी अली की गिरफ्तारी से ISIS के इस मॉड्यूल के कई राज़ खुले हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से हथियार बरामद किए हैं और उससे पूछताछ जारी है। उसकी गिरफ्तारी ने आतंकवाद के खिलाफ देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।

निष्कर्ष:
रिज़वान अब्दुल हाजी अली की गिरफ्तारी ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को एक बड़ी राहत दी है। पुणे ISIS मॉड्यूल की इस गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि आतंकवादी संगठनों का नेटवर्क कितना विस्तृत और खतरनाक हो सकता है। दिल्ली पुलिस और NIA की संयुक्त कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देश की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।