कुआलालंपुर सिंकहोल में गिरी भारतीय पर्यटक अब भी लापता, नौ दिनों बाद सर्च ऑपरेशन बंद……..?
कुआलालंपुर में 23 अगस्त को सिंकहोल में गिरी भारतीय पर्यटक जी. विजया लक्ष्मी की तलाश में जुटे स्थानीय अधिकारी और उनके परिवार को गहरा सदमा लगा है। नौ दिनों के अथक प्रयासों के बाद भी उनका पता नहीं चल सका है, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन को आधिकारिक रूप से बंद कर दिया गया है।
घटना
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23 अगस्त को 48 वर्षीय जी. विजया लक्ष्मी गली, जो कुआलालंपुर में एक भारतीय पर्यटक थीं, एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का शिकार हो गईं। वह एक मंदिर जा रही थीं, जब अचानक उनके पैरों के नीचे की जमीन धंस गई और वह 8 मीटर गहरे सिंकहोल में गिर गईं। यह घटना सुबह के समय हुई जब वह नाश्ते के लिए निकली थीं। इस अचानक हुई दुर्घटना के बाद, तुरंत ही एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें मलयेशियाई एजेंसियों, पुलिस, भूवैज्ञानिकों, और सर्च और रेस्क्यू टीमों ने विभिन्न तकनीकों और उपकरणों का उपयोग किया, जिसमें ट्रैकर डॉग यूनिट और जेटिंग तकनीक शामिल थे।
बचाव प्रयास और चुनौतियाँ
बचाव मिशन शुरू से ही कई चुनौतियों से घिरा रहा। इलाके की जटिलता और सिंकहोल के अनिश्चित व्यवहार ने सर्च ऑपरेशन को गंभीर रूप से बाधित किया। रेस्क्यू टीमें दिन-रात बिना रुके काम करती रहीं, लेकिन लगातार बिगड़ती स्थिति के कारण उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। नौवें दिन, इलाके में एक दूसरा सिंकहोल भी उभर आया, जिससे पहले से ही खतरनाक स्थिति और भी जटिल हो गई और रेस्क्यू टीमों की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा।
सर्च ऑपरेशन बंद करने का निर्णय
प्रधानमंत्री के विभाग (फेडरल टेरिटोरीज़) में मंत्री डॉ. ज़लीहा मुस्तफा ने सिंकहोल स्थल पर मीडिया को संबोधित करते हुए सर्च ऑपरेशन बंद करने का कठिन निर्णय घोषित किया। भूवैज्ञानिकों और सर्च और रेस्क्यू विशेषज्ञों सहित विशेषज्ञों से परामर्श करने के बाद, मलयेशियाई कैबिनेट ने तय किया कि सर्च ऑपरेशन जारी रखना बहुत जोखिम भरा होगा। मंत्री ने बताया कि सर्च कर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और दूसरे सिंकहोल का उभरना स्थिति को और भी खतरनाक बना रहा है।
हालांकि सक्रिय सर्च बंद कर दी गई है, डॉ. मुस्तफा ने आश्वासन दिया कि विजया लक्ष्मी की तलाश एक नए चरण में जारी रहेगी, जिसे अलग-अलग एजेंसियों द्वारा संचालित किया जाएगा। इस चरण में ऐसे तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो बचावकर्मियों को तत्काल खतरे में नहीं डालते।
परिवार को समर्थन
इस घटना के बाद मलयेशिया पहुंचे पीड़िता के परिवार को सर्च ऑपरेशन बंद करने के फैसले की जानकारी दे दी गई है। मलयेशियाई सरकार ने इस कठिन समय में उन्हें समर्थन देने के लिए उनके वीज़ा को एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया है।
सिंकहोल क्या होते हैं?
सिंकहोल जमीन में हुए वे गड्ढे या धंसाव होते हैं जो सतह की परत के ढहने के कारण होते हैं। ये भूवैज्ञानिक घटना आमतौर पर प्राकृतिक प्रक्रियाओं के कारण होती है, जैसे कि पानी द्वारा चूना पत्थर या कार्बोनेट चट्टान जैसी सामग्री का क्षरण। हालांकि, ड्रिलिंग, खनन और भारी निर्माण जैसे मानव गतिविधियों के कारण भी सिंकहोल उत्पन्न हो सकते हैं, खासकर शहरी क्षेत्रों में जहां बुनियादी ढांचे की क्षति समस्या को और बढ़ा सकती है।
सिंकहोल कुछ फुट से लेकर सैकड़ों फुट चौड़े और गहरे हो सकते हैं, जिससे ये बेहद खतरनाक हो सकते हैं। अगर धंसाव पर्याप्त बड़ा हो, तो ये पूरी इमारतों, सड़कों और किसी भी चीज़ को निगल सकते हैं।
आगे का रास्ता
जैसे ही जी. विजया लक्ष्मी की तलाश एक नए चरण में प्रवेश करती है, उनकी गुमशुदगी हमें सिंकहोल की अनिश्चितता और खतरनाक प्रकृति की याद दिलाती है। मलयेशियाई सरकार और विशेषज्ञ इस घटना की समीक्षा करेंगे ताकि भविष्य की प्रतिक्रिया रणनीतियों को बेहतर बनाया जा सके और इसी तरह की स्थितियों में जोखिम को कम किया जा सके।