दुनिया का सबसे मजबूत डेयरी ब्रांड Amul को माना गया। यह खिताब गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड (GCMMF) को मिला है, जो 36 लाख किसानों के सहयोग से संचालित होता है। इस साल, अमूल का कारोबार 59,445 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में आठ प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
सबसे मजबूत डेयरी ब्रांड Amul का ऐतिहासिक सफर,
अमूल का सफर 1946 में गुजरात के आणंद से शुरू हुआ था। तब केवल एक पोलसन डेयरी ही थी, लेकिन आज अमूल ने न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी पहचान बना ली है। इस ब्रांड ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता और किसानों की समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने कारोबार का विस्तार किया।
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डेयरी क्षेत्र में अमूल की विशेषता,
GCMMF, जो amul का संचालन करती है, दुनिया की सबसे बड़ी किसान-स्वामित्व वाली डेयरी सहकारी संस्था है। इसके 18 सदस्य संघ प्रतिदिन 300 लाख लीटर दूध की खरीदारी करते हैं। अमूल का ब्रांड मूल्य अब 80,000 करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) हो गया है, जो इसके सामर्थ्य को दर्शाता है।
ब्रांड फाइनेंस का मान्यता
ब्रिटेन स्थित ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के अनुसार, amul ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते इस सम्मान को प्राप्त किया। GCMMF के चेयरमैन, शामलभाई पटेल ने इस उपलब्धि को अपने स्वर्ण जयंती वर्ष का एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
किसानों की मेहनत का फल,
Amul का विकास उन किसानों की मेहनत और सहयोग का परिणाम है, जो हर दिन दूध का उत्पादन करते हैं। यह सहकारी संस्था किसानों को बेहतर कीमत, तकनीकी सहायता और अन्य सुविधाएं प्रदान करती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।
आगे की राह,
Amul की सफलता ने यह स्पष्ट किया है कि जब किसान एकजुट होते हैं, तो वे न केवल अपनी आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान भी बना सकते हैं। अमूल की यह सफलता अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक प्रेरणा है कि वे भी अपने संसाधनों का सही उपयोग कर सकते हैं।
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