Hindenburg-Adani विवाद: कौन हैं माधबी पुरी बुच और धवल बुच…….?
Hindenburg-Adani मामले में Sebi की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का नाम सामने आने के बाद यह मामला और भी गरमा गया है। हिन्डेनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया कि माधबी और धवल बुच ने उन ऑफशोर एंटिटीज में हिस्सेदारी रखी है, जो अदानी समूह से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग स्कैंडल में शामिल हैं।
Hindenburg के आरोप:
1. अमेरिकी फर्म हिन्डेनबर्ग रिसर्च ने दावा किया कि माधबी और धवल बुच ने सिंगापुर के IPE Plus Fund 1 में 5 जून 2015 को एक खाता खोला था।
2. हिन्डेनबर्ग के अनुसार, इस निवेश का स्रोत “वेतन” बताया गया था और उनकी कुल संपत्ति का अनुमान $10 मिलियन (लगभग 83 करोड़ रुपये) था।
माधबी पुरी बुच कौन हैं?
1. माधबी पुरी बुच ने 2 मार्च 2022 को सेबी की चेयरपर्सन के रूप में पदभार संभाला।
2. इससे पहले, उन्होंने सेबी में Whole Time Member के रूप में काम किया, जहां उन्होंने मार्केट रेगुलेशन, इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व किया।
3. बुच को अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी है; उन्होंने शंघाई में New Development Bank के लिए सलाहकार के रूप में और सिंगापुर में प्राइवेट इक्विटी फर्म Greater Pacific Capital के सिंगापुर कार्यालय के प्रमुख के रूप में काम किया है।
4. वह ICICI Securities की प्रबंध निदेशक और CEO रहीं, और ICICI बैंक के बोर्ड में कार्यकारी निदेशक के रूप में भी कार्य किया।
5. माधबी पुरी बुच ने IIM अहमदाबाद से MBA और सेंट स्टीफन कॉलेज, नई दिल्ली से गणित में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।
धवल बुच कौन हैं?
1. धवल बुच Blackstone और Alvarez & Marsal के वरिष्ठ सलाहकार हैं और Gildan के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
2. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT-D) से 1984 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया।
3. उन्होंने Unilever में कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया और कंपनी के मुख्य खरीद अधिकारी बने।
4. धवल बुच ने खुद को खरीद और सप्लाई चेन के सभी पहलुओं में गहरा अनुभव रखने वाला व्यक्ति बताया है।
बुच दंपत्ति की प्रतिक्रिया:
माधबी पुरी बुच और धवल बुच ने हिन्डेनबर्ग के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा कि, “हम इन बेबुनियाद आरोपों का सख्ती से खंडन करते हैं। हमारी जिंदगी और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब की तरह है। हमने सभी आवश्यक खुलासे सेबी को समय-समय पर दिए हैं।”