ई-बाइक बैटरी में आग लगी, ब्रिटिश परिवार बेघर, घर पूरी तरह नष्ट (E-bike battery catches fire, British family homeless, house completely destroyed)
डॉनकास्टर, साउथ यॉर्कशायर में हुई इस घटना ने ई-बाइक बैटरियों के खतरों को उजागर किया है और सुरक्षा उपायों में सुधार की मांग की है।
घटना का विवरण:
तिथि और स्थान: 9 जुलाई को, 40 वर्षीय साइमन ब्लैंशर्ड, उनकी 25 वर्षीय साथी लॉरा नटाले और उनके पांच बच्चों का तीन बेडरूम का घर आग में जलकर राख हो गया।
आग का कारण: परिवार का मानना है कि घटना के समय चार्ज हो रही ई-बाइक की बैटरी ने आग लगाई।
परिवार की स्थिति: आग से घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे परिवार के पास सिर्फ पहने हुए कपड़े ही बचे। फिलहाल, वे दोस्तों और परिवार के सहारे रह रहे हैं।
साइमन का बयान: “हमने सब कुछ खो दिया है। हमें अब फिर से शुरुआत करनी होगी,” साइमन ने कहा। “हम अपने पार्टनर की माँ के घर पर रह रहे हैं; हम बेसिकली बेघर हैं। यह दिल दहला देने वाला है, एक दिन भी बिना रोए निकालना मुश्किल है।”
ई-बाइक बैटरी की सुरक्षा पर ध्यान:
इस घटना ने ई-बाइक बैटरियों के संभावित खतरों को उजागर किया है और सुरक्षा उपायों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है।
प्रदूषण और इलेक्ट्रॉनिक वाहन:
कुछ महीने पहले, एमिशन एनालिटिक्स द्वारा एक अध्ययन ने इस समस्या पर ध्यान दिलाया। अध्ययन में कहा गया कि इलेक्ट्रिक और फॉसिल फ्यूल से चलने वाले वाहनों दोनों के ब्रेक और टायर्स से उत्पन्न कण प्रदूषण एक समस्या है।
– कण प्रदूषण: इलेक्ट्रिक वाहनों का वजन अधिक होने के कारण, उनके ब्रेक और टायर्स से निकला कण प्रदूषण आधुनिक गैस से चलने वाले वाहनों के मुकाबले काफी अधिक हो सकता है।
– प्रभाव: अध्ययन का अनुमान है कि इलेक्ट्रिक वाहनों से उत्पन्न कण प्रदूषण 1,850 गुना अधिक हो सकता है।
इस घटना ने न केवल ई-बाइक बैटरियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक वाहनों से जुड़े पर्यावरणीय चिंताओं को भी उजागर किया है। सुरक्षा उपायों में सुधार और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके।