उत्तर प्रदेश के आगरा में एक सरकारी स्कूल की टीचर, मालती वर्मा, की Digital Arrest के मामले में हुई मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। 30 सितंबर को उन्हें एक वॉट्सएप कॉल आया, जिसमें एक अपराधी ने कहा कि उनकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। इस भयावह जानकारी के चलते टीचर को मानसिक तनाव हुआ, जिससे उनकी जान चली गई।

Digital Arrest
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क्या होता है Digital Arrest,

साइबर ठगों ने मालती वर्मा को कॉल करके उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की। ठग ने कहा कि अगर वह 1 लाख रुपये का भुगतान नहीं करेंगी, तो उनकी बेटी के खिलाफ FIR दर्ज कर दी जाएगी। इस स्थिति ने टीचर को इतना डराया कि उन्हें हार्ट अटैक आ गया। इस प्रकार के ठगी में ठग कई तरीकों का उपयोग करते हैं, जैसे:

https://youtu.be/dDt-SPJeA5o?si=cHwmcFIXEeeB22yy

1. Digital Arrest का भय: यह तकनीक पीड़ित को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए उपयोग की जाती है, जिससे वे खुद को असहाय महसूस करें।

 

 

2. फर्जी वीडियो कॉल: ठग अक्सर अपने बैकग्राउंड को पुलिस स्टेशन की तरह दिखाकर पीड़ित पर दबाव डालते हैं।

 

3. ऑनलाइन ट्रैकिंग: कई बार ये ठग पीड़ित के ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखते हैं, जिससे उन्हें और भी डराया जा सके।

 

4. बैंक अकाउंट सीज करने की धमकी: ठग अक्सर बैंक अकाउंट को सीज करने की धमकी देते हैं, जिससे पीड़ित जल्दी पैसे देने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

 

5. फर्जी फॉर्म भरवाना : ठग ऐप्स के माध्यम से फर्जी जानकारी भरवाते हैं, जिससे वे पैसे चुरा लेते हैं।

 

 

 

परिवार में शोक

 

मालती वर्मा की अचानक हुई मौत से उनके परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने थाना जगदीशपुरा में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना केवल एक व्यक्तिगत दुःखदाई कहानी नहीं है, बल्कि समाज में साइबर अपराध की गंभीरता को भी उजागर करती है।

 

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