कन्नौज में नाबालिग से रेप के प्रयास का मामला: आरोपी की पार्टी संबंधों पर विवाद गहराया, सपा और भाजपा के आरोप…………..?

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक नाबालिग बच्ची के साथ रेप के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार नवाब सिंह यादव के पार्टी संबंधों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। 12 अगस्त को गिरफ्तार हुए यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तारी के बाद, यादव की पार्टी पहचान पर सवाल उठने लगे हैं, जिससे राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।

Kannauj
4 अगस्त को यादव को वरिष्ठ नागरिक सम्मान देते SP. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

सपा और भाजपा के आरोप और जवाब

शुरुआत में, नवाब सिंह यादव को समाजवादी पार्टी (सपा) से जोड़ा गया। हालांकि, सपा ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि यादव पार्टी के सक्रिय सदस्य नहीं थे। सपा के जिला अध्यक्ष कलीम खान ने इस संबंध में एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने यादव को पार्टी का सदस्य बताने को गलत बताया। खान ने स्पष्ट किया कि यादव पिछले पांच सालों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे और इसलिए उन्हें सपा से जोड़ना गलत है। खान ने अनुरोध किया कि यादव का नाम सपा से ना जोड़ा जाए और पार्टी की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।

भाजपा ने इस विवाद को और तूल दिया और यादव को सपा से जोड़ने का प्रयास किया। भाजपा नेताओं ने कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के साथ यादव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की, जिससे यह धारणा बनी कि यादव का सपा के साथ करीबी संबंध है। इसके अलावा, एक तस्वीर भी वायरल हुई जिसमें यादव को ‘वरिष्ठ नागरिक सम्मान’ दिया जा रहा है, जिसे भाजपा ने अपने आरोपों को सही ठहराने के रूप में प्रस्तुत किया।

Kannauj Samajwadi Party

सुब्रत पाठक और सपा के जवाब

भाजपा के आरोपों के बाद, सुब्रत पाठक ने सपा के दावे को चुनौती दी। पाठक ने आरोप लगाया कि सपा और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ एक पूर्व चिट्ठी की तस्वीर साझा की, जिसमें यादव को सपा का सदस्य बताया गया था। पाठक ने इस मामले को सपा और अखिलेश यादव के खिलाफ राजनीति से प्रेरित आरोपों का हिस्सा बताया और इसे एक पक्षपातपूर्ण एजेंडा के तहत देखा।

सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। नदवी ने कहा कि इस घटना को किसी पार्टी या धर्म से जोड़ना गलत है और भाजपा की कोशिशों को सपा को बदनाम करने का प्रयास करार दिया।

मामले की जांच और पुलिस कार्रवाई

नवाब सिंह यादव पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग बच्ची को काम का झांसा देकर बुलाया और उसका यौन शोषण करने की कोशिश की। बच्ची किसी तरह वहां से बच निकली और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यादव को गिरफ्तार कर लिया, और बच्ची को आपत्तिजनक हालत में पाया गया। एसपी अमित कुमार आनंद के अनुसार, पुलिस की टीम ने तत्काल कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार किया।

Navab Singh Yadav With Subrat Pathak
वायरल तस्वीर.

इस विवाद ने राजनीतिक माहौल को और भी गर्मा दिया है और यह स्पष्ट नहीं है कि इस मामले में सच्चाई क्या है। नवाब सिंह यादव की पार्टी पहचान और इस घटना के पीछे के वास्तविक कारणों को लेकर बहस और विवाद जारी है।