उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस (DL) आवेदकों के लिए एक नई व्यवस्था की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य लाइसेंस की डिलीवरी प्रक्रिया को तेजी और आसानी से पूरा करना है। इस पहल के तहत, अब आवेदकों को अब केवल 10 दिन में उनका ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा।
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जिम्मेदरियों का बंटवारा,
परिवहन विभाग ने इस कार्य को पूरा करने के लिए तीन कंपनियों को जिम्मेदारी दी है। प्रत्येक कंपनी को दो-तीन क्षेत्रों में बांटा गया है, ताकि डिलीवरी प्रक्रिया को सुचारु रूप से संचालित किया जा सके। ये कंपनियां डाक सेवा के माध्यम से DL का वितरण करेंगी, और यदि समय पर लाइसेंस नहीं पहुंचता है, तो संबंधित कंपनी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
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जिलों का विभाजन,
यूपी के 75 जिलों को तीन हिस्सों में बांटकर कार्य किया जाएगा। इस बंटवारे के अनुसार:
- एल वन कंपनी: मेरठ और वाराणसी क्षेत्र
- एल टू कंपनी: लखनऊ और बरेली
- एल श्री कंपनी: आगरा और कानपुर
मौजूदा कंपनी की स्थिति,
वर्तमान में लाइसेंस प्रिंटिंग और डाक सेवा की जिम्मेदारी स्मार्ट चिप कंपनी पर है, जो परिवहन विभाग पर लगभग 7 करोड़ रुपये की बकाया राशि चुकता नहीं कर पाई है। इसी वजह से स्मार्ट चिप कंपनी ने नए टेंडर में भाग नहीं लिया।
कमांड सेंटर का निर्माण,
प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए मुख्यालय पर तीन कमांड सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इनमें आधुनिक उपकरण जैसे कंप्यूटर और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे लाइसेंस प्रिंट करने में तेजी लाई जा सकेगी।
नई कंपनियों की भागीदारी,
इस बार टेंडर प्रक्रिया में 14 कंपनियों ने भाग लिया है, जिनकी प्रपत्रों की जांच अभी जारी है। उम्मीद है कि नवंबर तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, और फरवरी 2025 से नई कंपनियां निर्धारित समय पर ड्राइविंग लाइसेंस की डिलीवरी शुरू कर देंगी।
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