अंतरिक्ष की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। यहां ना केवल गुरुत्वाकर्षण का अभाव होता है, बल्कि इंसान के शरीर पर भी कई अनोखे बदलाव देखने को मिलते हैं। आपने कभी सोचा है कि अंतरिक्ष में जाने पर चेहरे की सारी झुर्रियां कैसे गायब हो जाती हैं? आइए जानते हैं, आखिर इसके पीछे का विज्ञान क्या है।

झुर्रियां
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अंतरिक्ष का अद्भुत प्रभाव,

अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर पर माइक्रोग्रेविटी यानी सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण का जबरदस्त प्रभाव पड़ता है। जब कोई इंसान स्पेस में जाता है, तो उसके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर, जो वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में फंसे हुए हैं, भी इन बदलावों का अनुभव कर रहे हैं।

 

झुर्रियां कैसे होती हैं गायब?

स्पेस में झुर्रियां गायब होने का मुख्य कारण गुरुत्वाकर्षण का अभाव है। धरती पर गुरुत्वाकर्षण हमारी त्वचा को लगातार खींचता रहता है, जिससे उम्र बढ़ने के साथ त्वचा पर झुर्रियां नजर आने लगती हैं। लेकिन स्पेस में गुरुत्वाकर्षण ना होने की वजह से त्वचा पर कोई खिंचाव नहीं होता। इस कारण चेहरे की झुर्रियां गायब हो जाती हैं और त्वचा पहले से अधिक तनी हुई नजर आती है।

 

लंबाई कैसे बढ़ती है?

अंतरिक्ष में रहने पर इंसान की रीढ़ की हड्डी में फैलाव होने लगता है, जिससे उसकी लंबाई बढ़ जाती है। यह प्रभाव माइक्रोग्रेविटी के कारण होता है, क्योंकि गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति में शरीर का वजन हड्डियों पर नहीं पड़ता। हालाँकि, जब अंतरिक्ष यात्री वापस धरती पर आते हैं, तो यह बदलाव सामान्य हो जाता है और लंबाई वापस अपनी सामान्य स्थिति में आ जाती है।

 

शरीर के अन्य बदलाव

स्पेस में सिर्फ लंबाई और झुर्रियां ही नहीं बदलतीं, बल्कि शरीर के कई अन्य हिस्सों पर भी प्रभाव पड़ता है।

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मांसपेशियों और हड्डियों का कमजोर होना: गुरुत्वाकर्षण की कमी के चलते हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है और मांसपेशियों का द्रव्यमान भी घटने लगता है।

 

नाखून और बाल तेजी से बढ़ते हैं: स्पेस में रहते हुए नाखून और बाल तेजी से बढ़ते हैं, क्योंकि यहां शरीर पर जमीन का दबाव नहीं होता।

 

पैरों पर पपड़ी नहीं बनती: अंतरिक्ष में आपको चलने की जरूरत नहीं होती, इसलिए पैरों पर पपड़ी नहीं जमती है।

झुर्रियां
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स्पेस की रहस्यमयी दुनिया,

अंतरिक्ष, धरती से बिल्कुल अलग है। यहां न सिर्फ गुरुत्वाकर्षण का अभाव है, बल्कि यहां का वातावरण भी पूरी तरह से अनोखा होता है। यही कारण है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक स्पेस को लेकर कई शोध कर रहे हैं। अंतरिक्ष में इंसान के शरीर पर पड़ने वाले बदलावों को समझना हमें भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए तैयार करता है, अंतरिक्ष की यात्रा इंसानी शरीर पर कई अनोखे प्रभाव डालती है, जिनमें चेहरे की झुर्रियों का गायब होना और लंबाई का बढ़ना शामिल है। इन बदलावों का मुख्य कारण माइक्रोग्रेविटी है, जो शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करती है।

 

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