रूस ने शनिवार, 14 सितंबर 2024 को घोषणा की कि उसने पूर्वी यूक्रेन में एक और गांव पर कब्जा कर लिया है, जहां हाल के हफ्तों में उसने कई महत्वपूर्ण प्रगति की हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा, “दक्षिणी इकाइयों के सक्रिय और निर्णायक अभियानों की बदौलत ज़ेलाने पेर्वो (यूक्रेनी में ज़ेलाने पेरशे) नामक बस्ती को मुक्त कर लिया गया है।” यह गांव पोकरोव्स्क जिले में स्थित है, जो यूक्रेनी सेना के लिए एक अहम लॉजिस्टिकल केंद्र माना जाता है।

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पिछले कुछ हफ्तों में, डोनेट्स्क क्षेत्र में रूसी सेना ने तेज़ी से आगे बढ़ते हुए यूक्रेनी सेना पर भारी दबाव बना दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, यूक्रेनी सेना के पास सैनिकों और हथियारों की कमी है, जो इस क्षेत्र में उसकी स्थिति को और कमजोर कर रही है।

 

रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन में छोटे-छोटे गांवों पर कब्जा करने का दावा लगातार करती आई है, लेकिन मंगलवार, 10 सितंबर 2024 को, क्रेमलिन ने एक असामान्य घोषणा की कि उसने डोनेट्स्क क्षेत्र के क्रास्नोगोरीव्का नामक कस्बे पर भी कब्जा कर लिया है। यह घोषणा रूस के लिए एक बड़ी रणनीतिक जीत मानी जा रही है।

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दूसरी ओर, 6 अगस्त 2024 को यूक्रेनी सेना ने रूस के सीमावर्ती क्षेत्र कुर्स्क में घुसपैठ करते हुए कई किलोमीटर तक आगे बढ़कर दर्जनों बस्तियों पर कब्जा कर लिया था। यूक्रेन की इस रणनीति का उद्देश्य रूस को कुर्स्क क्षेत्र में अपनी सेना को फिर से तैनात करने पर मजबूर करना था, ताकि डोनेट्स्क में रूसी सेना की प्रगति को रोका जा सके।

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यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 13 सितंबर 2024 को कहा कि कीव ने रूसी प्रगति को “धीमा” कर दिया है। इसके बावजूद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले हफ्ते कहा था कि पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना उनकी शीर्ष प्राथमिकता है। डोनबास में डोनेट्स्क और लुगांस्क शामिल हैं, जो यूक्रेन का औद्योगिक केंद्र माना जाता है।

रूस की बढ़ती आक्रमणशीलता और यूक्रेनी सेना पर दबाव ने संघर्ष को और अधिक जटिल बना दिया है, जबकि दोनों पक्ष क्षेत्रीय नियंत्रण के लिए लगातार संघर्षरत है।

पूर्वी यूक्रेन में रूसी रणनीतिक जीत पर आपकी राय क्या है? क्या यूक्रेन की नई रणनीति रूस को रोक पाएगी?

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