मेहंदी के पत्तों में लॉसोन नामक प्राकृतिक डाई होती है, जो स्किन के प्रोटीन के साथ मिलकर लाल रंग बनाती है
मेहंदी में मौजूद लॉसोन स्किन के कैराटिन के साथ प्रतिक्रिया कर लाल या गहरे भूरे रंग में बदल जाता है।
मेहंदी की हरी पत्तियां पीसने पर लाल रंग कैसे देती हैं, यह लॉसोन की खासियत है।
लॉसोन की रासायनिक संरचना केवल लाल या भूरे रंग को ही उत्पन्न कर सकती है, हरा या नीला नहीं।
भारतीय संस्कृति में मेहंदी को शुभ माना जाता है, खासकर शादियों और त्योहारों में।
स्किन, नाखून, और बालों में मौजूद कैराटिन लॉसोन के साथ मिलकर मेहंदी का रंग गहरा करता है।
भारत में सदियों से मेहंदी लगाने की परंपरा रही है, जो आज भी चलन में है।