गुजरात में हाल ही में आई बाढ़ और अत्यधिक बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। सूबे के 18 जिले पानी में डूबे हुए हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बाढ़ से मरने वालों की संख्या 32 तक पहुंच गई है, और राहत कार्यों में सेना को भी तैनात किया गया है।
भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति
गुजरात के 11 जिलों में रेड अलर्ट और 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश के कारण राज्य की अधिकांश सड़कें, पुल, और बस अड्डे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। 939 स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और अन्य सड़कें पूरी तरह से बंद हैं। कई पुल बह गए हैं और कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
सेना की तैनाती और राहत कार्य
गुजरात सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना को तैनात कर दिया है। सेना के जवान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ-साथ राहत सामग्री वितरित करने में लगे हुए हैं। प्रशासन की ओर से त्वरित राहत के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बाढ़ की गंभीरता और खराब मौसम की स्थिति राहत कार्यों में बाधा डाल रही है।
भविष्यवाणियाँ और भविष्य की चुनौतियाँ
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और भी खराब हो सकती है। राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन उपाय किए हैं, लेकिन लगातार बारिश और बाढ़ की वजह से उनकी प्रभावशीलता सीमित हो सकती है