दिल्ली के शेल्टर होम में किशोर की मौत: FIR न होने से विवाद……….?
दिल्ली के आशा किरण शेल्टर होम में जनवरी में एक 16 वर्षीय किशोर की मौत हो गई, जो आंतरिक चोटों के कारण हुई थी। इस घटना पर अब तक FIR दर्ज नहीं की गई है, जिससे मामला विवादों में घिर गया है। यह शेल्टर होम मानसिक चुनौतियों वाले लोगों के लिए संचालित होता है और दिल्ली सरकार इसके संचालन की जिम्मेदारी संभालती है।
इस साल जनवरी की 14 तारीख को किशोर ने शिकायत की थी कि वह सांस नहीं ले पा रहा है। उसे तत्काल बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किशोर का निधन 16 दिसंबर, 2023 को शेल्टर होम में रहने के बाद हुआ था।https://www.thelallantop.com/news/post/cow-slaughter-suspect-dead-body-found-in-pond-uttarakhand-police
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसकी मौत ‘ब्लंट फोर्स इंजरी’ के कारण ‘हेमरेज शॉक’ से हुई थी, जो पेट में आंतरिक चोटों के कारण हुआ था।
पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि यदि किसी शेल्टर होम या सुधार केंद्र में संदिग्ध मौत होती है, तो उप-विभागीय मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देते हैं और रिपोर्ट के आधार पर FIR दर्ज करने के निर्देश देते हैं। हालांकि, इस मामले में अब तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई है।
उप-विभागीय मजिस्ट्रेट मनीष चंद्र वर्मा ने बताया कि उनकी जांच अभी जारी है और वे संबंधित रिकॉर्ड के साथ कर्मचारियों की सुनवाई कर रहे हैं। उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि FIR क्यों अभी तक दर्ज नहीं की गई है।
दिल्ली सरकार ने इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया है और कहा है कि जांच पूरी होने पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद से शेल्टर होम में कुल 14 मौतें हो चुकी हैं, जो जुलाई में एक महीने के भीतर हुई हैं, और इस पर दिल्ली हाई कोर्ट ने रिपोर्ट मांगी है।
यह मामला अब गंभीर चिंता का विषय बन गया है और उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।