इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध: लेबनान की जवाबी कार्रवाई में 150 रॉकेट दागे, नेतन्याहू ने बुलाई आपात बैठक………….?
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव चरम पर है, जहां इजरायल की हालिया सैन्य कार्रवाई के जवाब में लेबनान ने उत्तरी इजरायल पर 150 से अधिक रॉकेट दागे हैं। इजरायल के आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने इन रॉकेटों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति और गंभीर होती जा रही है।
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लेबनान का तीखा पलटवार
इजरायल के उत्तरी क्षेत्रों में लेबनानी रॉकेटों की बारिश के बाद, इजरायल की सेना ने तुरंत लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जवाबी हमले की घोषणा की। इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिजबुल्लाह ने 320 से अधिक रॉकेट दागने का दावा किया है, हालांकि, इजरायली सेना ने केवल 150 रॉकेटों की पुष्टि की है।
हिजबुल्लाह के प्रवक्ताओं ने भी बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इजरायल पर लगातार हमले करने की चेतावनी दी है। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बढ़ते खतरे के मद्देनज़र एक आपात सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में हिजबुल्लाह को और कड़ा सबक सिखाने के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं।
इजरायली सेना की जवाबी कार्रवाई
इजरायली रक्षा बल (IDF) ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर अग्रिम हमले शुरू कर दिए हैं। IDF के बयान के अनुसार, हिजबुल्लाह इजरायल पर मिसाइल और रॉकेट हमलों की तैयारी कर रहा था, जिसे देखते हुए इजरायली सेना ने यह कार्रवाई की। IDF के प्रवक्ता डैनियल ने कहा, “हम लेबनान के उन सभी ठिकानों पर हमला करेंगे जो इजरायल के लिए खतरा हैं। हमारा लक्ष्य आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना है, जबकि वे निर्दोष नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और अमेरिकी निगरानी
इस बढ़ते संघर्ष पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी चौकस है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और व्हाइट हाउस ने इजरायल और लेबनान के बीच बढ़ते तनाव पर नज़र रखी हुई है। व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को इजरायली समकक्षों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल के हिजबुल्लाह पर हमले की योजना के बारे में पहले से ही अमेरिका को जानकारी दी गई थी।
संकट गहराता जा रहा है
इजरायल के तेल अवीव स्थित बेन गुरियन हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। इजरायल के भीतर सुरक्षा को लेकर भारी चिंता बनी हुई है, जबकि लेबनान और इजरायल के बीच युद्ध के हालात बनते जा रहे हैं।
यह युद्ध अब एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गया है, जहां दोनों पक्षों के बीच कोई भी बातचीत या समझौता होता नहीं दिख रहा। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष का यह ताजा दौर दोनों देशों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है, और क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
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