केरल में तबाही: भीषण बारिश और भूस्खलन से 145 से ज्यादा मौतें, कई लोग अब भी लापता (Devastation in Kerala: More than 145 deaths due to heavy rains and landslides, many people still missing)
केरल में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने पूरे राज्य में तबाही मचा दी है। भीषण बारिश के चलते वायनाड के कई गांवों में भूस्खलन हुआ, जिसमें अब तक 145 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अब भी लापता हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है, लेकिन मंजर भयावह बना हुआ है।
वायनाड के गांवों में बर्बादी का मंजर
केरल के वायनाड जिले के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा जैसे गांव, जो कभी अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते थे, अब वहां भूस्खलन और तेज बारिश के कारण बर्बादी का मंजर है। चारों तरफ पानी का तेज बहाव, उखड़े हुए पेड़, और बर्बाद हो चुकी बस्तियां नजर आ रही हैं। इन गांवों की नदियां उफान पर हैं, जिससे स्थिति और भी खतरनाक हो गई है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, NDRF, नौसेना, वायुसेना जुटे
भूस्खलन के मलबे में अभी भी 90 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए NDRF, नौसेना, वायुसेना, और पुलिस के साथ डॉग स्क्वायड की 200 से अधिक जवानों की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। इस कठिन स्थिति में हर संभव कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
राहत शिविरों में लोगों को दी जा रही है मदद
केरल सरकार ने वायनाड में 45 से अधिक राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां पर बारिश और भूस्खलन से प्रभावित लोगों को शरण दी जा रही है। यहां पर खाने-पीने की व्यवस्था की गई है और लोगों की हर संभव मदद की जा रही है।
मुख्यमंत्री की मदद की अपील
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस संकट के समय में जनता से मदद की अपील की है। उन्होंने लोगों से प्रभावितों की सहायता करने की गुहार लगाई है। राज्य सरकार ने बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों के लिए 5 करोड़ रुपये की राहत राशि की घोषणा की है। कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने भी 2 करोड़ रुपये की मदद की पेशकश की है।
केंद्र सरकार से सहायता
केंद्र सरकार ने भी इस आपदा में मदद का हाथ बढ़ाया है। मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है।
स्थिति अभी भी गंभीर, सतर्कता जरूरी
केरल में बारिश और भूस्खलन के चलते हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। प्रशासन और राहत टीमें सतर्क हैं और हर संभव कोशिश कर रही हैं कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस प्राकृतिक आपदा के बीच केरल की जनता को धैर्य और सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है, ताकि इस मुश्किल समय को पार किया जा सके।