कोलकाता रेप मर्डर केस में सीबीआई ने जांच को और तेज़ कर दिया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताल पुलिस स्टेशन के पूर्व स्टेशन हाउस ऑफिसर अभिजीत मोंडल से संयुक्त रूप से पूछताछ करने की योजना बनाई है। ये पूछताछ 9 अगस्त की सुबह हुई संदिग्ध गतिविधियों पर केंद्रित होगी, जिस दिन अस्पताल परिसर में एक जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद उसके शव के अवशेष पाए गए थे।
जांच की दिशा में संदेह की सबसे बड़ी वजह वह नौ कॉल हैं जो उस सुबह घोष और मोंडल के बीच की गईं थीं। सीबीआई ने उनके मोबाइल फोन रिकॉर्ड्स से इन कॉल्स का विवरण प्राप्त किया है, और इसी आधार पर दोनों से पूछताछ की जा रही है। रविवार को सीबीआई के वकील ने कोलकाता की एक विशेष अदालत को इन कॉल्स के बारे में जानकारी दी। माना जा रहा है कि दोनों से संयुक्त पूछताछ के जरिए इन कॉल्स के दौरान हुई बातचीत की वास्तविक जानकारी सामने आ सकेगी।
https://youtu.be/y637HIq0nqA?si=T7654uIpkWgKsTK_
इसके अलावा, एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि क्यों मोंडल की टीम, जो सबसे पहले अपराध स्थल पर पहुंची थी, और घोष ने मौके से कई व्यक्तियों को जाने की अनुमति दी, जिससे संभावित सबूतों के साथ छेड़छाड़ की संभावना बढ़ गई। दोनों को सबूतों के साथ छेड़छाड़ और प्रारंभिक जांच में बाधा डालने के आरोप में शनिवार रात सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।
इस मामले में एक और गंभीर सवाल यह भी उठाया गया है कि क्यों घोष ने शुरू में बलात्कार की शिकायत दर्ज नहीं की, जबकि पीड़िता के शरीर पर स्पष्ट रूप से इस घिनौने अपराध के संकेत मौजूद थे। और मोंडल ने इस प्रक्रिया को लागू क्यों नहीं किया। गिरफ्तारी के बाद, विशेष अदालत ने रविवार को सीबीआई को दोनों को तीन दिन की हिरासत में लेने की अनुमति दी।
मामले की अगली महत्वपूर्ण सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को होने वाली है, जहां सीबीआई अपनी दूसरी प्रगति रिपोर्ट पेश करेगी।
ये भी पढ़ें:-जिन्नात का डर दिखाकर हरदोई में मस्जिद के मुफ्ती ने एक 22 साल की दलित युवती का किया रेप।